Physiotherapy Colleges : छत्तीसगढ़ सरकार ने स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में उठाया ऐतिहासिक कदम…! 6 जिलों में फिजियोथेरेपी महाविद्यालयों को मंजूरी…यहां देखें List

रायपुर, 15 सितंबर। Physiotherapy Colleges : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार ने स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए प्रदेश के 6 जिलों में नए फिजियोथेरेपी महाविद्यालयों की स्थापना को प्रशासकीय स्वीकृति दे दी है। इन कॉलेजों के निर्माण पर कुल 83 करोड़ 62 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।
कहां खुलेंगे नए फिजियोथेरेपी कॉलेज?
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा स्वीकृत ये महाविद्यालय मनेंद्रगढ़, जशपुर, रायगढ़, बिलासपुर, दुर्ग और जगदलपुर में स्थापित किए जाएंगे। प्रत्येक महाविद्यालय के निर्माण पर लगभग 13 करोड़ 93 लाख 71 हजार रुपये (करीब 14 करोड़) खर्च किए जाएंगे।
क्या होगा लाभ?
युवाओं को फिजियोथेरेपी की उच्च शिक्षा उनके ही जिले में उपलब्ध होगी। दूरस्थ और ग्रामीण क्षेत्रों में भी फिजियोथेरेपी सेवाओं का विस्तार होगा। प्रशिक्षित फिजियोथेरेपिस्ट की संख्या बढ़ेगी, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा।स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा, ये 6 नए फिजियोथेरेपी महाविद्यालय केवल संस्थान नहीं, बल्कि स्वस्थ और आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़ की नींव हैं। हमारी प्राथमिकता राज्य की जनता का स्वास्थ्य और युवाओं का भविष्य है। ये कॉलेज प्रदेश के युवाओं को विशेषज्ञ बनाकर देशभर में छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा, मुख्यमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य शिक्षा नई ऊंचाइयों को छू रही है। इन कॉलेजों से न केवल युवाओं को शिक्षा के अवसर मिलेंगे, बल्कि फिजियोथेरेपी जैसी ज़रूरी सेवा गांव-गांव तक पहुंचेगी।”
विशेषज्ञों की राय
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि इन फिजियोथेरेपी कॉलेजों से दूरस्थ और ग्रामीण इलाकों के मरीजों को अब रायपुर या अन्य बड़े शहरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षित फिजियोथेरेपिस्ट मिलने से समय, पैसा और संसाधनों की बचत होगी।
शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ेगा दायरा
यह कदम राज्य के मेडिकल और नर्सिंग कॉलेजों के साथ मिलकर एक व्यापक स्वास्थ्य शिक्षा नेटवर्क तैयार करेगा। छत्तीसगढ़ अब डॉक्टर और नर्सों के साथ-साथ विशेषज्ञ फिजियोथेरेपिस्ट भी बड़ी संख्या में तैयार करेगा। इससे प्रदेश में नौकरी के अवसरों में भी बढ़ोतरी होगी, निर्माण कार्य से लेकर शिक्षण और स्वास्थ्य सेवाओं तक।
छत्तीसगढ़ सरकार का यह निर्णय स्वास्थ्य शिक्षा, युवा सशक्तिकरण, और ग्राम्य स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती देने वाला है। आने वाले वर्षों में ये फिजियोथेरेपी महाविद्यालय न केवल राज्य की जरूरतें पूरी करेंगे, बल्कि छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर एक स्वास्थ्य शिक्षा केंद्र के रूप में पहचान दिलाएंगे।